(अगीत छंद )
मैं बुरा न बन पाया,
अत: बदनाम हूं ।
बदनीयत नहीं बन पाया,
नाम हीन हूं ।
भ्रष्टाचार की दिशा तय नहीं करपाया,
दिशा हीन हूं ।
प्रोटोकोल नहीं निभा पाया,
अनुशासन हीन हूं ।
क्योंकि मेरी पीठ पर किसी का हाथ नहीं है,
मैं जड विहीन हूं ॥
मैं बुरा न बन पाया,
अत: बदनाम हूं ।
बदनीयत नहीं बन पाया,
नाम हीन हूं ।
भ्रष्टाचार की दिशा तय नहीं करपाया,
दिशा हीन हूं ।
प्रोटोकोल नहीं निभा पाया,
अनुशासन हीन हूं ।
क्योंकि मेरी पीठ पर किसी का हाथ नहीं है,
मैं जड विहीन हूं ॥
क्योंकि मेरी पीठ पर किसी का हाथ नहीं है,
जवाब देंहटाएंमैं जड विहीन हूं
बहुत सटीक लग रही हैं ये पंक्तियाँ..
aashutosh ji, is blog par apna post kaise daale?
जवाब देंहटाएंधन्यवाद..आशुतोष व साहनी जी..
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