हे जननी यह देश हमारा
स्वर्ग से सुन्दर हो जाये ,
भाई-भाई बंधे प्रेम से
ज्ञान हमेशा इठलाये ।
नहीं किसी का दास बने हम
सभी सत्य प्रिय हो जाये
रहे मान-सम्मान देश का
सब मे दैवी गुण आये
नये प्रात की नव किरणों में
सदा कनक कण दिखलाये
यही विनय है हे मां दुर्गे
भारत आगे बढ़ जाये ।।
- मंगल यादव, जौनपुर
bahut sundar mangal ji.
जवाब देंहटाएंसुन्दर वंदना मंगल जी
जवाब देंहटाएंप्रिय मंगल जी बहुत सुन्दर वंदना आप की माँ दुर्गे मनोकामना पूर्ण करें और आप की ये वंदना हर मन हर फूल को खिलाये अपने देश को शिखर पर ले जाये
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
Thanks for comment
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