क्रांतिवीरों ,
यश पाण्डेय का प्रणाम स्वीकार हो मैंने शहीद भगत सिंह का दल हिंदुस्तान समाजवादी प्रजातान्त्रिक संघ को फिर से शुरू किया है इसके संस्थापक शहीद भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद थे किन्तु उनके बाद इस दल को चलने और भारत माता की सेवा करने का सौभाग्य मैं प्राप्त करना चाहता हूँ इसलिए यह दल बनाया है इस दल में मैंने हिंदुत्व नाम और जोड़ा है जो इस दल के मूल नाम में नहीं था पहले ये दल अंग्रेजों और अत्त्याचारियों से लड़ता था लेकिन अब ये दल इन दोनों के साथ हिंदुत्व के विरुद्ध उठने वाले संकट से लडेगा जानता हूँ की भगत सिंह हिंदुत्व के समर्थक नहीं थे किन्तु आज की परिस्थितियों में मुझे यही उचित लगा | हिंदुत्व का ये नाम सावरकर को समर्पित है और उन असंख्य हिन्दुओं को जिन्होंने हिंदुत्व की रक्षा के लिए मृत्यु या अपमानपूर्ण जीवन जिया जैसे शहीद नाथूराम गोडसे | अब मैं प्रतिदिन कोई न कोई जागृत करने वाला लेख लिखूंगा जो इस देश के दुश्मनों ,यवनों ,और काले अंग्रेजों के साथ साथ बॉलीवुड की भी नींद उदा देगा और बहुराष्ट्रीय कंपनी की पोल भी मैं अपने लेख से खोलूँगा और राजीव भाई की मृत्यु का बदला लूँगा आप सब से निवेदन है की एक बार तो दिन में मेरे लेख देख लें आप निराश नहीं होंगे
वन्दे मातरम !
यश लिखते रहो...सब आप के सहयोग में है...
जवाब देंहटाएंआप के विचारों में बहुत शक्ति है...
स्वागत है ब्लॉग पर
प्रिय यश पाण्डेय जी स्वागत है आप का इस पूर्वांचल में इस मंच में -६०० के साथ हम भी आज से आप से जुड़े ,लेखनी की धार को तेज रखो अभी जरुरत भी इसी बात की है -हाँ क्रांतिकारियों के साथ बहुत कुछ अच्छा नहीं हुआ कितनों का तो आज तक नाम भी लापता है इतिहास तो इतिहास है भूत है उसे हम क्या जोड़ घटा बदल पाएंगे हाँ फिर भी कुछ गुमनाम को हम ला महिमा मंडित कर पायें जिन्होंने देश के खातिर प्राण दिए शाही हुए तो अच्छा होगा .
जवाब देंहटाएंहिंदी बनाते समय बहुत सी गलतियाँ हो जाती हैं जिससे अर्थ बदल जाता है आओ हम सब उसका ध्यान रखें
बधाई हो
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर५
हार्दिक सुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंहार्दिक सुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंआप सब ने मेरा हौसला बढाया है इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ ,धन्यवाद में और क्या कहूँ अपने लेखों से आप सब और भारत माँ की सेवा करूँगा और वही मेरा आप सब को हौसला बढ़ने का धन्यवाद होगा |
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