जौनपुर के पत्रकारों ने भी अब ब्लॉग की अहमियत को पहचाना और बनाया अपना ब्लॉग. यदि आप का भी कोई ब्लॉग है तो हमें बताएं उसे जौनपुर कि वेबसाइट पे अवश्य स्थान दिया जाएगा. |
जनाब राजेश श्रीवास्तव जी जो कि एक वरिष्ट पत्रकार हैं और बहुत से पतरकारों के उस्ताद भे हैं उनका ब्लॉग अब पूरे ज़ोर शोर से चल रहा है. राजेश जी से आशा है कि इनके ब्लॉग से जौनपुर निवासीयों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा. Rajesh Shrivastava's News Channel REPORTER P7 NEWS | जनाब आरिफ हुसैनी का नाम जौनपुर निवासीयों के लिए नया नहीं है. दूरदर्शन से जुड़े आरिफ साहब का अपना अखबार भी है और उन्होंने अपने अपने ही अखबार का ब्लॉग बनाना पसंद किया और बना डाल एक बेहतरीन ब्लॉग देश कि मर्यादा. इनकी ब्लॉग से भी हम सभी को बहुत उम्मीद है. देश कि मर्यादा. |
हे विश्वासियों! रोज़ा तुमहारे लिए निर्धारित है, क्योंकि यह उन लोगों के लिए भी था जो तुम से पहले थे ताकि तुम बुराई से दूर रह सको!. रोज़े (उपवास) के दिन की एक निश्चित संख्या है … (पवित्र कुरान अध्याय 2, छंद 18आज जौनपुर शहर मैं रमजान के आने से पहले की चहल पहल देखी जा सकती है. मस्जिदों मैं रौनक पहले से ज्यादा बढ़ गए हैं लोगों ने सहर और इफ्तार का इंतज़ाम करना … Read entire article » |
लाखो श्रद्धालुओ के आस्था का केंद्र त्रिलोचन महादेवलाखो श्रद्धालुओ के आस्था के केंद्र त्रिलोचन महादेव जहा सात पाताल भेदकर खुद भगवान शकर खुद विराजमान हुए यह मदिर तमाम रहस्मय गथाओ को समेटे हुए है किद्वंती है की भेले नाथ ने यहा समाधि ली है बताया जाता है कि दो गावो के बीच इस बात को लेकर विवाद होने लगा कि बाबा किस गाव में है इसके लिए … Read entire article |
नेता जी सुबास चंद्र बोस ने अंतिम सांसे जौनपुर के एक गाँव मैं ली थींजौनपुर के एक गांव बीशेसरपुर के लोगो ने दावा किया हैं कि नेता जी सुबास चंद्र बोस ने अतीम सांसे हमारे गांव में ही लिया था। वे मरने से आठ वर्ष पूर्व गोमती नदी के किनारे एक आश्रम बनाकर साधु के वेष में जीवन व्यतीत किया था। आज भी उस आश्रम में नेता जी समाधि बनी हैं। गांव के लोग 15 अगस्त और 26 … Read entire article » |
जहरखुरानी की बढती घटनाएँ. कैसे बचें?जहरखुरानी कि घटनाएँ आज कल आम होती जा रही हैं विशेषकर लंबी दूरी की ट्रेनों जम्बूतवी, गोल्डन टेम्पल, अवध एक्सप्रेस, साबरमति आदि ट्रेनों में जहरखुरानी की वारदातें ज्यादा होती हैं. बदमाश यात्रियों से अखबार, माचिस जैसी चीजें मांगकर बातचीत की शुरुआत करते हैं। जब उन्हें लगता है कि यात्री उनकी बातों में आ गया है तो उन्हें खाने-पीने की वस्तु … Read entire article » |
सुरक्षा के लिए तुगलक ने बनायी थी दीवारजौनपुर शहर एक प्राचीन नगर माना जाता है। यहां मुगलों ने जहां कई ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण कराया वहीं एक समय यह देश की राजधानी भी रहा। पुरातत्वविदें का मानना है कि रेलवे स्टेशन भण्डारी के आस-पास ही पहले इस शहर की आबादी थी। बंगाल के विद्रोह को दबाने के लिए 1356 में फिरोज शाह तुगलक जा रहा था। उसकी … Read entire article » |
रेलिया बैरग पिया को लिए जाय रे…कताई मिलरेलिया बैरग पिया को लिए जाय रे………….. मालिनी अवस्थी का यह दर्द भरा गाना अब जौनपुर की एक दो नही बल्कि १२०० महिलाये गाने को मजबूर हो गई है, इसका मुख्य कारण है जौनपुर में स्थापित कताई मिल को स्लो डाउन हड़ताल नामक दीमक ने पूरी तरह चाट डाला है. यह मिल बंद होने से १२ सौ परिवारों पर रोजी … Read entire article » |
जिस देश मैं आज भी ग़रीब भुखमरी से दम तोड़ देते हों वहाँ पेपिछले एक सप्ताह से हर अखबार मैं कई सौ कुन्तल गेहूं शाहगंज रेलवे गोदाम मैं सड़ने कि खबर सुनाई दे रही है. ३० जून को शाहगंज प्लेटफार्म पर टीनशेड की व्यवस्था न होने से खुले आसमान में लगभग 52 हजार बोरी गेहूं के बरसात में भीगने कि खबर आयी. फिर अभी १७ जुलाई को पंजाब से आये गेंहू मैं से … Read entire article » |
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