आदरणीय गुरुजनों और मित्रो ;
नमस्कार ;
नमस्कार ;
कृपया मेरी नयीकहानी " आबार एशो [ फिर आना ] " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . कहानी को मैंने बहुत प्रेम से लिखा है . अनिमा का जीवन किसी का भी हो सकता है. मैंने पूरी कहानी को एक cinematic visualization के साथ लिखा है , कहानी भी frame by frame चलती है . आपको अच्छी लगेंगी.
आपके भावपूर्ण कमेंट्स के इंतजार में…….!
आपका बहुत धन्यवाद.
आपका अपना
विजय कुमार
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