रविवार, 19 फ़रवरी 2012

सिगरेट तम्बाकू और कैंसर


आज पूरे हिंदुस्तान की जनता क्रिकेट के साथ साथ युवराज की सेहत के बारे मे जरूर सोचती होगी कोई भी ट्वीट अगर युवराज ने किया तो वो पूरी मीडिया की खबर बन जाती है की आज युवराज ने ये पोस्ट किया आज युवराज ने वो पोस्ट किया किया मेरी भी युवराज से सहानुभूति है पर इसका दूसरा पहलू भी देखेँ तो अच्छा होगा, मैं आज आप लोगों को ये बताने मे सहायता करता हूँ 
अब पूरी बात पढ़ने के बाद आप ही निश्चय करें की आप को क्या करना है.सरकार से आरटीआई के तहत जानकारी मांगने के बाद मालूम पड़ा की पूरे देश मे एक साल मे 11 लाख लोग सिर्फ और सिर्फ कैंसर से मर जाते है जिनको की दवाइयाँ नहीं मिलती पूरा उपचार नहीं मिलता और पैसे के अभाव मे 11 लाख लोग अपना जीवन गंवा देते हैं..

वो तो कुछ नहीं 7.5 लाख लोग ऐसे हैं इस देश मे जो की कैंसर पीड़ित लोगों के समुदाय मे शामिल हो जाते हैं वो भी सिर्फ 68%लोग सिर्फ इसलिए कैंसर पीड़ित होते हैं क्यूँ की वे लोग धूम्रपान करते हैं,शराब पीते हैं ,तंबाकू-गुटखा खाते हैं.
यानि की लगभग 70% कैंसर पीड़ित लोग कैंसर से मुक्ति पा लेंगे जब वो तंबाकू और शराब पीना छोड़ देगे तो..
जब हमारी सेहत अपने आप बनी रह सकती है तो क्यूँ उसे बिगड़ने का प्रयत्न करें क्यूँ शराब पिये क्यूँ तंबाकू खाएं क्यूँ ????
इससे बड़ी मूर्खता क्या हो सकती है की हम अपनी बनी बनाई सेहत को अपने पैसों से नाश कर रहे हैं.जरा सोचिए अगर सभी लोग शराब,तंबाकू का बहिष्कार कर दें तो कितनी पैसों की बचत हो सकती है। नहीं तो हालत कुछ ऐसी हो जाएगी की शराब पीते पीते पैसे रुपये खतम हो गए और बाद मे इलाज कराने के लिए रुपये ही नहीं बचे फिर मरो गुमनामी के अंधेरे मे !!!!!!!!!!
          सभी जानकारीयां AIMS के डाक्टरों की मदद से ली गई हैं 
                                             
प्रेषक-अमित दूबे 

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