पूर्वांचल की मिटटी में पैदा हुए ब्लॉग लेखको का प्रथम संगठन "पूर्वांचल ब्लोगर्स असोसिएसन" का प्रथम अध्यक्ष आशुतोष नाथ तिवारी जी को घोषित किया जाता है. आशुतोष जी अपने निजी ब्लॉग "हिंदी कविता-कुछ अनकही कुछ विस्मृत स्मृतियाँ" और "आशुतोष की कलम से.." में अपनी भावनाओ को व्यक्त करते {लिखते} हैं, इसके अलावा वे भारतीय ब्लॉग लेखक मंच, आल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन से भी जुड़े हैं.
पूर्वांचल की वीरभूमि देवरिया जिले की माटी में पले बढे श्री तिवारी का परिचय उन्ही के शब्दों में........
जन्म से मूलतः उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की माटी में पला बढ़ा.गाँव का नाम नोनापार है जो हमेशा मेरे लिए आकर्षण और समर्पण का केंद्र है.. प्राथमिक शिक्षा यहीं प्राप्त की.स्वभावतः मैं साहित्य प्रेमी हूँ लेकिन परिस्थितिवश उच्च शिक्षा में इलेक्ट्रोनिक्स अभियंत्रण और विपणन प्रबंधन को चुना,और आगे की शिक्षा लखनऊ और नई दिल्ली में ली..जानने वाले कहतें है विद्रोही प्रवृति का इन्सान हूँ..और यही मेरे व्यक्तित्व का सम्बल और कमजोर पक्ष दोनों है ... मैं चिंगारी को कुचलने की जगह चिंगारी को हवा दे कर हर एक उस सामाजिक परिवारिक या व्यक्तिगत व्यवस्था में एक क्रांति लाने का विचारक हूँ जो दोगली विचाधाराओ पर आधारित है ... मैं स्वदेशी और मातृभाषा का प्रबल समर्थक हूँ..व्यक्तिगत जीवन में भी इस विचार का अनुकरण करने का प्रयास करता हूँ ... मगर विडम्बना यह है की इन सब के बाद भी एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी मे कार्यरत हूँ.इस विरोधाभास की सफाई में इतना ही कह सकता हूँ की भूखे पेट और बिना बंदूकों के कोई जंग नहीं जीती जाती...व्यवस्था बदलनी है तो उसका हिस्सा बनना हमारी जरुरत है ... कभी कभी कुछ अनकही भावनाये व्यक्त करने के लिये कविता या लेखों को माध्यम बना लेता हूँ. उम्मीद करता हूँ की आप को पसंद आयें..
श्री तिवारी को यह जिम्मेदारी सौंपते हुए मैं विश्वास जताता हू की वे पूर्वांचल के ब्लॉग लेखको के इस प्रथम संगठन को बुलंदियों तक ले जायेंगे. आज से इस संगठन पूर्ण जिम्मेदारी आशुतोष जी के हाथ में रहेगी. मेरा हस्तक्षेप कदापि नहीं रहेगा. सिर्फ सलाहकार के रूप में मैं सदैव हाज़िर रहूँगा.
धन्यवाद् हरीश भाई..प्रयास करूँगा जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन करूँ व संस्था को axइस को एक नयी दिशा दूँ..
जवाब देंहटाएंआब सभी का सहयोग आवश्यक है...आभार आप सभी का .....
स्वागत , शिव जी आपको सफल करें.
जवाब देंहटाएं@ मूंछ वाले ठाकुर साहब ! इतने खूबसूरत लड़के को आप ढूँढ लाये भाई , कमाल है.
जवाब देंहटाएंवैसे तो तिवारी जी पहले से ही सफल होंगे , अब और ज्यादा हो जायेंगे जैसे कि आप खुद पहले से ही सफल हैं और अब तो आपकी सफलता अश्वमेध यज्ञ के घोड़े की तरह सरपट भाग रही है .
टिक टिक टिक टिक टिका टिक टिका टिक टिक टिक
@ तिवारी जी को हार्दिक शुभकामनायें.
'ब्लॉग कि ख़बरें' पर आपके ऊंचे विचार पसंद आये , हरेक नेक काम में हमारा सहयोग आपको मिलता रहेगा .
मालिक आपको लोक परलोक की हरेक बुराई से बचाए और भलाई अता करे , आमीन .
http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/03/pba.html
जब आप जैसे बड़े भाई का हाथ मेरे सिर पर है तो सफलता मिलेगी ही. और मैंने तिवारी जी को नहीं ढूँढा गुरु जी वे खुद ही चुनौती स्वीकार किये हैं. बस आशीर्वाद बनाये रखें.
जवाब देंहटाएंवैसे आशुतोष जी, भाई अब जरा दूसरी फोटो लगाईये, इसमें कुछ अधिक ही चिंतित लग रहे हैं.
जवाब देंहटाएंइतने अधिक संगठन क्या औचित्य है. खैर पूर्वांचल के नाम पर पहला है. आप और हरीश जी दोनों को बधाई. मेरी शुभकामना आपके साथ है. पूर्वांचल की नाक मत नीची होने दीजियेगा. हम लिखते नहीं टिप्पणी करते हैं. पढने आते रहेंगे. शुभकामना. sinha.rubi0@gmail.com
जवाब देंहटाएंअनवर भाई: आप की नजरे इनायत रही तो ये भी हो ही जाएगा ..आप के सहयोग के लिए शुक्रिया..
जवाब देंहटाएं@हरीश भाई अपनी तस्वीर भी बदल दूंगा पहले इस मंच की बदल लूँ..
@रूबी जी: मैं प्रयास करूँगा औचित्य को सार्थक करने का..
आपकी अध्यक्षता में PBA ब्लॉग जगत में नई ऊचाईयां छुए ,ऐसी कामना है.
जवाब देंहटाएंमेरी शुभकामना आपके साथ है. पूर्वांचल की नाक मत नीची होने दीजियेगा.
जवाब देंहटाएंमेरी शुभकामना आपके साथ है. पूर्वांचल की नाक मत नीची होने दीजियेगा.
जवाब देंहटाएंCongratulation Ashutosh!. My best wishes are always with you.
जवाब देंहटाएंBadhai ho....
जवाब देंहटाएंjai baba banaras...