tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post954953648409929900..comments2023-09-28T14:36:01.371+05:30Comments on पूर्वांचल ब्लॉग लेखक मंच: इससे अच्छा ‘कालिख’ पोतो इसपे ये चुप हो जायेगाहरीश सिंहhttp://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-1900183443266229312011-04-20T23:27:26.865+05:302011-04-20T23:27:26.865+05:30आभारआभारहरीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-67974660317168350242011-04-18T21:18:13.597+05:302011-04-18T21:18:13.597+05:30मदन जी नमस्कार -आशा है आप इसमें छिपे गूढ़ भावों को...मदन जी नमस्कार -आशा है आप इसमें छिपे गूढ़ भावों को समझे होंगे जो आज अन्ना जी की मुहीम में चल रहे हैं सब उसे दूसरी दिशा देने के पर्याय में लगे हैं <br />धन्यवादSurendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-64499991955440928352011-04-18T20:23:32.086+05:302011-04-18T20:23:32.086+05:30पढ कर बहुत अच्छा लगा, आप का धन्यवादपढ कर बहुत अच्छा लगा, आप का धन्यवादmadansharmahttp://gmail.com/sharmamadan331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-21223094909855142292011-04-18T20:23:31.453+05:302011-04-18T20:23:31.453+05:30पढ कर बहुत अच्छा लगा, आप का धन्यवादपढ कर बहुत अच्छा लगा, आप का धन्यवादmadansharmahttp://gmail.com/sharmamadan331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-48017236083789971852011-04-18T19:40:11.145+05:302011-04-18T19:40:11.145+05:30आशुतोष जी नमस्कार आप ने बिलकुल सच कहा मन की कलुषता...आशुतोष जी नमस्कार आप ने बिलकुल सच कहा मन की कलुषता हटाना बहुत जरुरी है कृपया हमारे अपने दर्द का दूसरा पहलू भी देखा करें मेरी रचनाओं में - आज जो एक ब्लैक मैलिंग की बात चली है और लोग अन्ना को उनके साथियों को या ये कहें ईमानदारी के अगुवा को बदनाम कर कालिख पोत रहे हैं कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी लोग -आशा है अब आप समझ गए होंगेSurendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-67914495072784548112011-04-18T14:58:07.043+05:302011-04-18T14:58:07.043+05:30कुछ कुरेद कर देखा मैंने
‘बिम्ब’- हमारा-बड़ा ‘भयाव...कुछ कुरेद कर देखा मैंने <br />‘बिम्ब’- हमारा-बड़ा ‘भयावह’ <br />दर्पण की धुल हटाने से जरुरी मन की कलुषता हटाना है..<br />मलिन अंतरात्मा के साथ बिम्ब भयावह और मलिन ही दिखेगा.आभार आप काआशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.com