tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post7736523617411846088..comments2023-09-28T14:36:01.371+05:30Comments on पूर्वांचल ब्लॉग लेखक मंच: रूहें यहाँ जली काया जो हो अधमरी आह भरती हैहरीश सिंहhttp://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-57624588921658516402011-04-29T22:34:42.251+05:302011-04-29T22:34:42.251+05:30आशुतोष भाई धन्यवाद आप की प्यारी प्रतिक्रिया के लिए...आशुतोष भाई धन्यवाद आप की प्यारी प्रतिक्रिया के लिए चक्र जब चल ही पड़ा है हमारा आप का और बहुत से प्यारे बंधुओं को तो कभी न कभी इस काल चक्र के नीचे वे भी आयेगे ही -कहते हैं न आशु भाई देर है पर अंधेर नहीं न ....<br /><br />शुक्ल भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-67663375516426110682011-04-29T22:32:12.082+05:302011-04-29T22:32:12.082+05:30मदन भाई सराहना के लिए और रचना पसंद आने के लिए धन्य...मदन भाई सराहना के लिए और रचना पसंद आने के लिए धन्यवाद -आओ इसी तरह एक माला में गूँथ हम इन मोतियों को अपने नाम को साकार करें ..<br /><br />शुक्ल भ्रमर५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-66871707159105818272011-04-29T13:07:03.312+05:302011-04-29T13:07:03.312+05:30मजा आ गया भ्रमर जी..बहुत ही सुन्दर वर्णन है,..
एक ...मजा आ गया भ्रमर जी..बहुत ही सुन्दर वर्णन है,..<br />एक दो सेकुलर गद्दारों को भी आइना दिखा दें अपनी अगली कृति में..<br />आनंद आ गया ..बधाइयाँआशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-74000911717595708602011-04-29T00:28:47.105+05:302011-04-29T00:28:47.105+05:30बहुत अच्छी कविता बहुत सुन्दर विचार .
आपको मेरी तर...बहुत अच्छी कविता बहुत सुन्दर विचार .<br />आपको मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएंमदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.com