tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post2819550400750888723..comments2023-09-28T14:36:01.371+05:30Comments on पूर्वांचल ब्लॉग लेखक मंच: भारतीय मुसलमान,इस्लाम और आतंकवाद..हरीश सिंहhttp://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-74009712656121005462011-04-13T13:34:59.055+05:302011-04-13T13:34:59.055+05:30आशुतोष जी आप इसी तरह हिन्दू समाज की बात बुलंद करते...आशुतोष जी आप इसी तरह हिन्दू समाज की बात बुलंद करते रहे. कठ्मुल्लाओ पर ध्यान न दे, बाबर की औलादें जो पाकिस्तान के जितने पर जश्न मानते हैं ऐसे लोंगो को देश से बाहर निकलना जरुरी है. यह लोग आप जैसो की भाषा आसानी से समझते हैं. हरीश जैसे दोमुहे लोंगो पर ध्यान न दे. मैं भी आपके संगठन से जुड़ना चाहता हूँ. मेरा इ-मेल है....... satybolnapaphai@gmail.comगंगाधरhttps://www.blogger.com/profile/09340129038132142051noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-50595259411930458802011-04-13T12:55:39.077+05:302011-04-13T12:55:39.077+05:30मदन जी बहुत बहुत आभार आप का उत्साह वर्धन के लिए और...मदन जी बहुत बहुत आभार आप का उत्साह वर्धन के लिए और हिंदुत्व के विरोधियों के लिए सुन्दर कविता के लिए..<br />आप की टिप्पणी मेरे व्यक्तिगत ब्लॉग पर थी वहां भी मैंने ये पोस्ट कुछ कारणों से लगायी है...<br />धन्यवाद आशा है आगे भी आप का उत्साहवर्धन मिलता रहेगा..आशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-65141610521366662112011-04-13T12:52:13.711+05:302011-04-13T12:52:13.711+05:30मदन शर्मा ने कहा…
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ह...मदन शर्मा ने कहा…<br />..............................<br />हमें तो महर्षि स्वामी दयानंद ka upkar manana chahiye .उन्होंने ही हिन्दुओं को अपने देश और धर्म के प्रति कटिबद्ध होने का आन्दोलन चलाया था .वर्ना हिन्दू hi खुद को हिन्दू कहलाने से लज्जा करते थे .जो भी आता था हिन्दू धर्म पर आरोप लगा देता था ,और हिन्दू चुप रह जाते थे .जब हिन्दू ठीक से अपने धर्म ग्रंथो को ठीक से नहीं जानते ,और दूसरों के धर्म ग्रंथों की बात तो दूर रही .फिर हिन्दू सटीक जवाब कैसे दे सकते थे. bahut thik likha hai aapn<br /><br />.............................<br />१२ अप्रैल २०११ १०:४२ पूर्वाह्न <br /> मदन शर्मा ने कहा…<br />अब होते अत्याचारों पर<br />मिलकर ये हुँकार भरो<br />कहाँ छिपे हो घर मैं बेठे<br />निकलो और संहार करो<br />आतंकी अफजल , कसाब को<br />और नहीं जीने दो अब<br />घुस जाओ जेलों मैं मित्रो<br />आओ मिलकर वार करो<br />कोन है हिटलर ? कोन है हुस्नी ?<br />किसका नाम है गद्दाफी ?<br />दुष्टों को बस मोत सुना दो<br />देना नहीं कोई माफ़ी ….<br />कि जो कोई साथ दे उनका ,<br />बजाय हुक्म माली सा ,<br />सजाय मोत दो उनको<br />रूप हो , रोद्र काली सा<br />.........................<br />१२ अप्रैल २०११ ११:३५ पूर्वाह्नआशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-77763864812306241142011-04-11T21:55:03.674+05:302011-04-11T21:55:03.674+05:30आशुतोष जी कल ही मैंने प्रतिक्रिया दी थी. वो मेरी ट...आशुतोष जी कल ही मैंने प्रतिक्रिया दी थी. वो मेरी टिप्पड़ी कहाँ खो गयी? बड़ी ना इंसाफी है यह!!मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-3448590096745365502011-04-10T20:05:33.380+05:302011-04-10T20:05:33.380+05:30हरीश जी ,रेखा जी: बहुत बहुत आभार आप का ...अच्छा है...हरीश जी ,रेखा जी: बहुत बहुत आभार आप का ...अच्छा है कम से कम आप ने इसे सेकुलर चश्में से नहीं देखा वरना ये लेख कई स्थापित ब्लोगेर्स को सांप्रदायिक लग रहा है..<br />जय हिंद जय भारतआशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-62332506501586421572011-04-10T15:18:14.399+05:302011-04-10T15:18:14.399+05:30इस सत्य को नाकारा नहीं जा सकता है क्योंकि मैं तो अ...इस सत्य को नाकारा नहीं जा सकता है क्योंकि मैं तो अपने ही दायरे में कितने ही मुस्लिम मित्रों को देख रही हूँ कि हम उनसे दशकों से जुड़े हैं और उनके दिल में कहीं से भी ऐसी भावना नहीं है लेकिन जब भी यहाँ दोनों के मध्य तनाव की बात उठती है वे शर्मिंदा से नजर आते हैं क्यों? इसके पीछे यही हैकि करता कोई और है और उनके किये से शर्मिंदा सबको होना पड़ता है. ये सत्य है जो आपने लिखा है और सभी देशवासियों को यहाँ सर उठा कर जीने का हक है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-61334220919652681432011-04-10T00:09:49.365+05:302011-04-10T00:09:49.365+05:30निश्चित रूप से यह लेख विचारयोग्य है इसमें बुरा लगन...निश्चित रूप से यह लेख विचारयोग्य है इसमें बुरा लगने वाली कोई बात नहीं. यदि किसी को बुरा लगे तो लगे पर यह सौ फीसदी सच है.हरीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.com