tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post197858280574316632..comments2023-09-28T14:36:01.371+05:30Comments on पूर्वांचल ब्लॉग लेखक मंच: बंधुआ हूँ मै -मुक्त कहाँ हूँ -??हरीश सिंहhttp://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-225454973098213102011-06-16T22:33:28.967+05:302011-06-16T22:33:28.967+05:30गरीबी का मूर्तीकरण तथा बधुआ शब्द को नए आयाम देती प...गरीबी का मूर्तीकरण तथा बधुआ शब्द को नए आयाम देती पोस्ट .कहीं पीड़ा -गरीबी की -चोर सा कोई पुटक झाँकू और कहीं बौद्धिक भकुओं पर कटाक्ष जो मम्मी जी के तलुवे चाटते इधर उधर सब तरफ कुत्ताये हुए हैं .मदन जी आपका शुक्रिया आपने यह लम्बी कविता पढ़ वाई .सुरेन्द्र शुक्ला "भ्रमर " जी की .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4107023095685977479.post-52722094533247834052011-06-15T23:04:21.610+05:302011-06-15T23:04:21.610+05:30बंधुआ हूँ मै कहाँ नहीं हूँ ???
तलवे उनके चाट रहा ह...बंधुआ हूँ मै कहाँ नहीं हूँ ???<br />तलवे उनके चाट रहा हूँ<br />आगे पीछे नाच रहा हूँ<br />अब भी मेरे हाथ बंधे हैं<br />नाग पाश में हम जकड़े हैं !<br />bahut sahi abhivyakti.Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.com